Principal Desk:-

प्राचार्य की कलम से

नई शिक्षा नीति - 2020 की क्रांतिदर्शी पहल और आकांक्षा को रूप दे रहा श्रीयुत महाविद्यालय गंगेव, जिला-रीवा (म.प्र.) उत्तरोत्तर विकास के पथ पर अग्रसर है। रीवा मुख्यालय से 40 किमी दूर रीवा-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर स्थापित हमारा शैक्षणिक संस्थान ग्रामीण अंचल को उच्च शिक्षा के आलोक से ज्योर्तिमय कर रहा है। महाविद्यालय की आकांक्षा और सपना, सुदूर गलियों में रहने वाले बालक -बालिकाओं को शिक्षा के विभिन्न विधाओं के अध्ययन के अवसर उपलब्ध करना है। महाविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रम - कम्प्यूटर संकाय, विज्ञान संकाय, वाणिज्य संकाय, कला संकाय, विधि संकाय, शिक्षा संकाय, शारीरिक शिक्षा संकाय एवं पुस्तकालय विज्ञान संकाय आदि पाठ्यक्रमों में उच्च शिक्षा मध्यप्रदेष शासन भोपाल से मान्यता एवं अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा (म.प्र.) सेे सम्बद्धता प्राप्त है। महाविद्यालय में स्नातक, स्नाकोत्तर कक्षाओं के साथ-साथ विभिन्न सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम भी छात्रों के सर्वांगींण विकास को दृष्टिगत रखते हुए संचालित हैं।

संस्था की अपनी गरिमा होती होती है, इसी गरिमा के अनुरूप ही महाविद्यालय अपने शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से समाज में ऐसी युवा पीढ़ी का सृजन करता है, जिनमें निर्णय लेने की क्षमता, कार्य को सुगमता से करने व जटिल समस्याओं का त्वरित निवारण करने की त्रीव बौद्धिक क्षमता हो, इस प्रकार की युवा पीढ़ी के निमार्ण से श्रेष्ठ आदर्श समाज की रचना तैयार होगी, जो आने वाले समय में भारत को श्रेष्ठतम् ऊँचाई के सोपानों में स्थापित कर, राष्ट्र के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करने में सक्षम हों, इस प्रकार की रचनात्मक कार्यप्रणाली से युवा पीढ़ी का विकास तैयार करना उच्च शैक्षणिक संस्थान का दायित्व है। जिसके प्रतिपालन के लिए ग्रामीण अंचल में सर्वसुविधा युक्त महविद्यालय परिसर की स्थापना विंध्य केशरी महामना श्रीयुत श्रीनिवास तिवारी जी ने अपने कर कमलों से वर्ष 2000 में आधारशिला रख, भौतिक संसाधनों से परिपूर्ण, आदर्श महाविद्यालय की परिकल्पना के साथ जनमानस को समर्पित करते हुए उच्च शिक्षा के नव सोपानों का संचरण किया। हमारा महाविद्यालय इन्हीं परिकल्पनाओं को साकार करने के लिये प्रतिबद्ध है। जिसको मूर्तिरूप देने के लिये महाविद्यालय में कार्यरत् विभिन्न विषय, संकायों के विशेषज्ञ प्राध्यापकगण, तकनीकी विभागांे के कार्यसहायक एवं महाविद्यालय के क्रिया-कलापों को गति प्रदान के लिये पारिवारिक मैत्रीपूर्ण छात्र-अभिभावक संबंध स्थापित करते हुए महाविद्यालय को उच्चतम शिखर तक ले जाने में अपनी अहम भूमिका निर्वहन कर रहें हैं। महाविद्यालय परिवार क्षेत्र के समस्त नागरिकों एवं विद्यार्थियों के प्रति सदैव आभारी रहेगा।

।। सादर ।।

डॉ. अरूण कुमार त्रिपाठी
प्राचार्य
श्रीयुत महाविद्यालय गंगेव,
जिला रीवा (म.प्र.)